Courage Story in Hindi – अब अपनी क्लास का हीरो बन गया अंकुश

Courage Story in Hindi – अंकुश 5 साल का एक बच्चा है जो पहली कक्षा में पढता है. वह स्कूल में डरा सेहमा सा, ना ज़्यादा बोलता है और ना ही ज़्यादा बात करता है. इस बात का फायदा उसके साथ के कई बच्चे उठाते है. चूँकि वह शरीफ, डरा सेहमा रहता है, उसके साथ के बच्चे उसका मज़ाक या उसे परेशान करते रहते है. वह इतना डरा रहता है कि किसी को कुछ बोल ही नहीं पाता. उसकी इसी आदत से अंकुश के माँ-बाप भी परेशान है और चिंतित भी.

एक दिन रोज़ की तरह अंकुश की क्लास वाले उसे परेशान कर रहे थे कि 10 वीं क्लास के एक सर ने ये सब देख लिया. कुछ देर बाद उसी सर ने अंकुश को अपने पास बुलाया और उसे एक काला धागा दिया और कहा “अंकुश जब तक तुम ये काला धागा अपने पास रखोगे तुम शेर की तरह बहादुर और शक्तिशाली हो जाओगे. तुम्हे किसी से डरने की ज़रूरत नहीं. अगर तुम्हे क्लास का कोई भी बच्चा परेशान करे तो याद रखना की तुम्हारे पास ये काला धागा है और तुम शेर की तरह किसी से भी मुकाबला कर सकते हो” उनकी बात सुनकर अंकुश बहुत खुश हुआ और उसे विशवास हो गया कि अब वह किसी का भी मुकाबला कर सकता है.

Courage Story in Hindi

अगले दिन जब अंकुश स्कूल में था, तो फिर से वही क्लास के लड़के अंकुश को परेशान करने लगे. तभी अंकुश को याद आया कि उसके पास तो वो काला धागा है. बस फिर क्या था, अंकुश ने पूरे हौंसले के साथ अपने दोनों हाथो की मुट्ठी बना कर उन लड़के के सामने खड़ा हो गया और कहा “मुझे छूने की हिम्मत मत करना वरना वो हाल करूँगा कि पूरी ज़िन्दगी पछताओगे.” अंकुश ने अपना पूरा गुस्सा निकाल दिया और बहुत ज़ोर से उन लड़को को पीछे हटने के लिए कहा. अंकुश को देख कर वे लड़के भी थोड़ा सेहम गए और पीछे हट गए.

अब अंकुश को क्लास में कोई तंग नहीं करता और अंकुश अब ख़ुशी ख़ुशी स्कूल जाता है.

Moral of the Story in Hindi

दोस्तों, हम सब के अंदर एक शेर होता है, बस ज़रूरत है तो उस शेर को जगाने की. जिस दिन हम अपने अंदर के डर को ख़त्म कर के उस शेर को जगा देंगे उस दिन हमें कोई परेशान नहीं कर सकता. हर माँ बाप को अपने बच्चे के दिल में छिपे डर को ख़त्म करने की कोशिश ज़रूर करनी चाहिए क्यूंकि अगर उसके अंदर डर ख़त्म होगा तभी वह स्वतंत्रता और साहस से इस ज़िन्दगी की सभी परेशानियों का सामना कर पायेगा. अगर आपके बच्चे को स्कूल में या कही और कोई भी डराता है या परेशान करता है तो इसे ignore कभी मत करिये बल्कि इसका solution खोजे.

दोस्तों यह Courage Story in Hindi आपको कैसी लगी हमें जरूर बताये, और आपके पास भी कोई कहानी तो हमें भेजे. धन्यवाद.

3 Responses

  1. NEKRAM says:

    NICE STORY

  2. SHIVAM TRIPATHI says:

    बिल्कुल सही बात कही आपने की अगर कोई बच्चे को school में डराता है तो parents का फ़र्ज़ बनता है कि उसका solution निकाले और उससे भी ज़रूरी है कि बच्चे के साथ ऐसा व्यवहार रखें कि वो आपको सारि बातें आकर बताये। अति सुंदर लेख।

  3. Heeralal says:

    Bahut achi kahani

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