शहीद फौजी के वो अंतिम 5 मिनट – Indian Army Soldier Story in Hindi

Indian Army Soldier Story in Hindi

Submitted by K.S Mehra

Indian Army Soldier Story in Hindi

आजकल ज़्यादातर लोग फौजियों की नौकरी को ऐश की नौकरी समझते है. उन्हें लगता है फौजियों को अच्छी तनख्वाह मिलती है, कैंटीन में सस्ता सामान मिलता है और कई सुविधाएं मिलती है इसलिए फौजी की ज़िन्दगी बड़ी अच्छी है….

 

जी हाँ, ये सब ठीक है कि फौजियों को कई सुविधाएं मिलती है लेकिन फौजी की ज़िन्दगी इतनी भी आसान नहीं जनाब. महीनो तक अपने घरवालों, पत्नी और बच्चो से दूर रहकर देखिये ज़रा. कभी झुलसा देने वाले रेगिस्तान में पोस्टिंग होती है तो कभी जमा देने वाले ठन्डे इलाके में.

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आज मैं आपको एक ऐसी फौजी की कहानी बताने जा रहा हू जिसके बारे में सुनकर आपकी रूह कांप जायेगी लेकिन गर्व भी होगा.

 

ये कहानी है शहीद फौजी कप्तान सौरभ कालिया (Captain Saurabh Kalia) की. जब सौरभ कालिया ने फ़ौज की ट्रेनिंग पूरी की तो उनकी पूरी फॅमिली और रिश्तेदार बहुत खुश थे. लेकिन उनकी ख़ुशी ज़्यादा दिन की नहीं थी.

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15 मई 1999 को सौरभ कालिया और जाट रेजिमेंट के 5 अन्य सैनिक पेट्रोलिंग के लिए लद्दाख के काकसर की पहाड़ियों पर गए थे. वहां सौरभ कालिया और सभी 5 सैनिको को पाकिस्तान के आतंकियों ने अगवा कर बंदी बना लिया. उन पाकिस्तानी आतंकियों ने इन सैनिको को सिर्फ बंदी ही नहीं बनाया बल्कि इनके साथ वो किया जो सुन कर आपकी रातो की नींद उड़ जायेगी.

 

आतंकियों ने सौरभ कालिया और सैनिको के बदन को सिगरेट से जलाया. उन्होंने सैनिको के कान में लोहे की गरम सीखें डाली, आँखें निकाल दी, सिर में कई वार किये, शरीर के अंग नोच डाले, गुप्तांगो को काट दिया और ना जाने क्या क्या किया और फिर अंत में उन्हें गोली मार दी.

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उन आतंकियों ने हमारे फौजी भाईयो को इतनी दर्दनाक मौत दी.

ये सुनकर आपका खून तो खोल गया होगा.

सिर्फ यही नहीं दोस्तों, Captain Saurabh Kalia के पिता श्री NK Kalia ने सरकार से अपने बेटे को न्याय दिलाने की मांग की तो कुछ हाथ ना मिला. इनके पिता पिछले बीस सालो से अपने बेटे को न्याय दिलाने की कोशिश कर रहे है लेकिन सब व्यर्थ.

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आपको पता है कैप्टन सौरभ कालिया के पिता क्या सोचते है ?

 

“मुझे शर्म आती है कि मैं भारतीय हू. इस देश के नेता सिर्फ राजनीति करना जानते है”

 

जी हाँ, यही सोचते है सौरभ कालिया के पिता और शायद ये काफी हद तक ठीक भी है.

 

भगवान सौरभ कालिया और सभी शहीद सैनिको की आत्मा को शांति दे.

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जय हिन्द

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