Moral Story in Hindi for Class 8 – आठवीं क्लास के बच्चे ज़रूर पढ़े !

Moral Story in Hindi for Class 8 

Submitted by Rohitash Mehrotra

दोस्तों, हम आपके लिए लाये है एक Patience Story in Hindi जिसे हर आंठवी यानि 8th क्लास के बच्चे को ज़रूर पढ़नी चाहिए. आजकल ये चलन सा हो गया है कि हर जन को ज़िन्दगी में सब कुछ जल्दी जल्दी चाहिए लेकिन मेरे प्यारे दोस्तों अगर आपको सफल होना है तो धैर्य और गुस्से पर काबू करना होगा. तो चलिए इसी पर निर्धारित हमारी ये कहानी पढ़ते है.

आपको तो पता होगा कि नेल्सन मंडेला (Nelson Mandela) ने राष्ट्रपति बनने से पहले कितनी यातनाएं सही है. वे कई साल जेल में थे जहाँ उनके साथ बहुत दुश्व्यवहार होता था लेकिन बाद में वे एक सबसे सफल अफ्रीकन राष्ट्रपति के रूप में उभरे. 

Moral Story in Hindi for Class 8

ये बात उस समय की है जब नेल्सन मंडेला अफ्रीका के राष्ट्रपति थे. वे एक बड़े से रेस्टोरेंट में गए और उन्होंने अपने लिए कुछ खाने का आर्डर दिया. उनके साथ कई सिक्योरिटी के लोग भी थे. उस रेस्टोरेंट में कई लोग बैठे थे और सब अपने अपने खाने का इंतज़ार कर रहे थे.

नेल्सन मंडेला के टेबल से कुछ ही दूरी पर एक व्यक्ति बैठा था जो अपने आर्डर का इंतज़ार कर रहा था. मंडेला जी ने अपने एक सिक्योरिटी वाले को कहा कि उस व्यक्ति को मेरे साथ खाने के लिए बुलाया जाए.

moral story for class 8

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वो व्यक्ति बिना कुछ कहे मंडेला जी के टेबल पर आ गया लेकिन वो शांत और थोड़ा डरा हुआ था. तभी खाना आया और सबसे खाना शुरू किया. जिस व्यक्ति को मंडेला जी ने अपने टेबल पर बुलवाया था उस व्यक्ति ने कांपते हुए हाथो से फटाफट खाना खाया और वहां से बिना कुछ कहे चला गया.

मंडेला जी के सिक्योरिटी गार्ड ने कहा “सर…लगता है इस आदमी को कोई बीमारी थी खाते वक़्त उसके हाथ और पैर कांप रहे थे”

“नहीं ऐसा कुछ नहीं है…. दरअसल जिस जेल में मैं था वहां का ये जेलर था. ये मुझे बहुत तंग करता था. जब भी मुझे प्यास लगती थी तो अपना पेशाब देता था मुझे पीने के लिए, खाना भी सबसे ख़राब देता था. अब मैं राष्ट्रपति बन गया हूँ इसलिए वो डर रहा था कि कही मैं उसे कोई सजा ना दू, बस इसीलिए उसके हाथ और पैर कांप रहे थे लेकिन मेरे दिल में ऐसा कुछ नहीं है” मंडेला जी ने अपने गार्ड को कहा.

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बदला लेने की सोच व्यक्ति के अंदर की इंसानियत को मार देती है जबकि धीरज और सहनशीलता हमें ज़िन्दगी में और ऊपर उठने की प्रेरणा देता है. जिस दिन व्यक्ति अपने अंदर बदला लेने की सोच को मार देता है उस दिन से वह अपनी ज़िन्दगी को सबसे अच्छे तरीके से जीने लगता है और आगे बढ़ता है.

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दोस्तों, ये Patience Motivational Kahani मेरे किसी दोस्त ने मुझे फेसबुक पर भेजी थी और यकीन मानिये मेरी सोच तब से एकदम बदल गयी. आप भी इस Moral Story in Hindi for Class 8 कहानी को अपने दोस्तों व परिवार के साथ शेयर ज़रूर करे. और आपके पास भी इस तरह की Moral Story in Hindi for Student होगा तो हमें भेजे।

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