सीमा का बदला – एक खौफनाक कहानी (भाग – १)
Horror Story in Hindi
. बहुत साल पहले, शांतिपुर गांव में, सीमा अपने परिवार के साथ खुशी से रहती थी। सीमा और उसकी छोटी बहन नंदिनी, गांव के पासवाले एक मैदान में जाते और खेलते- कूदते और बहुत मस्ती करते। दोनो का ही मन, पढ़ाई में नहीं लगता था; लेकिन दोनो ही मन के सच्चे थे। हमेशा एक- दुसरे का ध्यान रखते और परिवार के हर एक काम में मां और पिता का हाथ बटाते।
. उसी गांव में, हफ्ते में एक बार, जंगल के रास्ते से एक डाकू आता था और गांव वालो के पास से जो कुछ भी मिलता; उसको लूटकर चला जाता था और जब कोई देने से इन्कार करता तो उसकी, उसी क्षण वो हत्या करके मार देता था। वह इतना क्रूर और राक्षसी स्वभाव का था, की वह किसी पर दया नही करता था। गांव के लोग उससे बहुत डरते थे और डर के मारे, अपना सब कुछ दे देते थे।
. सीमा बहुत बहादुर और हिम्मतवाली लड़की थी। वह उस डाकू के खिलाफ आवाज उठाना चाहती थी और गांव वालो हमेशा उससे लड़ने के लिए प्रेरित करती; लेकिन सब उसे छोटा समझकर, उसकी बातो को टाल देते थे। कोई उसकी बातो को नहीं सुनता था, सिवाह उसकी बहन के। डाकू अक्सर रात के अंधेरे में आते थे और जो भी कीमती सामान मिलता, उसको लूटकर चले जाते थे।
. एक बार वह डाकू फिर आया और इस बार वह सीमा के परिवार के पास आया और कीमती चीज और अपने घर में जितने भी पैसे थे, सबकी मांग की। सीमा के पिता ने इन्कार किया और कहा, “देखो, भाई मेरे पास कुछ नहीं है, हम बहुत गरीब है। हम पर अत्याचार मत करो। ये थोड़ा बहुत है, वह भी हम अगर आपको दे देंगे, तो हमारे पास क्या बचेगा ? हम जी नही पायेंगे । दो वक्त की रोटी भी नही नसीब होगी। कृपया करके हमे बख्श दो।”
. यह बात सुनकर डाकू ने कहा, “ ओ बूढ़े, अपनी जान प्यारी है, तो चुप-चाप सब दे-दे, वरना जान से मारा जायेगा।” पर फिर भी सीमा के पिता इन्कार ही करते रहे। इतना इन्कार करने के बाद, आखिरकार डाकू ने वही किया, जिसका सबको डर था; डाकू ने अपनी तलवार निकाली और सीमा के मां और पिता का कत्ल कर दिया। दोनो ही नीचे गिर पड़े और चारो तरह बस खून ही खून बिखरा हुआ था। सीमा और उसकी बहन घर पे कही छुपकर यह सारा नजारा देख रही थी और दोनों डाकू के जाने का इंतजार करते रहे। जैसे ही डाकू गया, उसके तुरंत ही सीमा और नंदिनी, मां और पिता के शोक में डूब गए और दोनों ही फुट -फुट कर रोने लगे। पूरे गांव का माहौल, मातम में परिवर्तित हो गया।
. कुछ देर के बाद, सीमा अकेली बदले की आग में, जंगल की ओर निकल पड़ी, उसकी बहन ने उसको रोकने की कोशिश की, पर वह नही रुकी। उसके पास एक बड़ा लोहे का डंडा था और कुछ नही। डाकू उनको रास्ते में ही मिल गया। सीमा ने जोर से आवाज दी, “ कुत्ते, तुमने मेरी मां और पिता की हत्या की। अब देख, में तुझे नही छोडूंगी।” यह कहकर, उसने अपना लोहे का डंडा निकाला और लड़ने के लिए तैयार हुई और उसकी आखिरी सांस तक उसने यह लड़ाई लड़ी और अंत में डाकू और उनके साथी ने, बहुत क्रूरता और बेरहमी से उसकी हत्या कर दी। मरने से पहले सीमा ने आखिरी कुछ शब्द डाकू को बोले थे, “ कुत्ते, में वापस जरूर आऊंगी और याद रखना, तुम्हारी हत्या मेरे हाथो ही लिखी हैं। में अपना बदला लेकर रहूंगी।” फिर सीमा ने अपना दम तोड दिया।
. अगली सुबह, सीमा की बहन नंदिनी, जंगल में सीमा को खोजने के लिए आती है। अचानक उसकी नजर सीमा की लाश पर पड़ती है, आसपास देखती है, तो चारो तरफ खून ही खून बिखरा था। नंदिनी ने यह दृश्य देखा और मानो, उसके पैरो तले जमीन खिसक गई। गांव के २-३ व्यक्ति की मदद लेकर नंदिनी ने, सीमा की लाश को, उनके घर तक घर लेकर गए। फिर उनके मां और पिता एवं बहन का अंतिम संस्कार करके वह अपने चाचा के साथ रहने लगी। ये घटना देखकर, पूरा गांव कांप उठा और रात को कोई बाहर नहीं निकलता।
. लेकिन,उस गांव के लोग, दिन के समय में रोज जंगल में, लकड़ियां लेने और भेड़-बकरियां चराने जाते तथा कुछ लोग भेड़ -बकरियां के लिए घास लेने जाया करते थे। कुछ दिनों के बाद, गांव का एक युवान लड़का रामु, जंगल में गया, लकड़ियां लाने और चलते-चलते बहुत दूर तक आ गया और अपना रास्ता भटक गया । देखते ही देखते शाम हो गई और उसको घर जाने का रास्ता मिल ही नही रहा था। चारो तरफ बस जंगल ही जंगल था, और कुछ नही। अब रात हो गई थी, उसके पास जंगल में रात बिताने के अलावा और कोई रास्ता नही था। जैसे-तैसे करके, उसने कुछ वक्त बिताया; लेकिन वो डर के मारे इतना कांप रहा था, की उसको नींद भी नही आ रही थी।
. रात के २ बजे थे। चारो तरफ, बस अंधेरा ही अंधेरा था और डरावनी आवाजे थी। उसने डर की वजह से अपनी आंखे बंद की और सुबह होने का इंतजार कर रहा था। अचानक, उसने एक डरावनी आवाज सुनी। वो आवाज, जंगली जानवरों जैसी भयानक और बहुत ही खौफनाक थी। उसने अपनी आंखे बंद ही रखी। उसकी दिल की धड़कने तेज हो गई और वह डर से पूरी तरह कांप रहा था। अचानक उसको एहसास हुआ, कि कोई उसके पास आ रहा है। उसने किसी के पैरो की आहट सुनी। उसके पसीने छूट गए, वह बहुत घबरा गया और जब उसको लगा कि थोड़ी हिम्मत करनी चाहिए; तब उसने अपनी आंखे खोली और जब सामने देखा तो उसको लगा की, अब तो वह मर ही गया! उसकी नजर के सामने एक चुड़ैल थी; जिसकी लाल-लाल आंखे थी; लंबे-लंबे बाल थे और उसने अपना चेहरा, बालों से ढका हुआ था। बस उसके चेहरे की भयानक आंखे और बड़े-बड़े दो दांत दिख रहे थे, जो राक्षस की तरह बाहर निकले हुए थे, बाकी सब उसने अपने बालो से ढक लिया था। उसके हाथो के लंबे-लंबे नाखून थे, जिस पर खून के धब्बे थे; उसने सफेद वस्त्र पहने हुए थे और उस वस्त्र पे खून ही खून बिखरा हुआ था तथा वो डरावनी नजर से उसकी तरफ देख रही थी, जैसे उसे किसी शिकार की तलाश हो! यह दृश्य देखकर, रामु की पेंट गीली हो गई! वह जितनी तेजी से हो सका, वहा से भागा और इतना भागा की रुका ही नही और अंत में किसी पेड़ के पीछे छिप गया और बेहोश हो गया। सुबह उसके मां और पिता उसको ढूंढते -ढूंढते जंगल में आए और जब रामु मिला, तब उसको बेहोश पाया। मां और पिता का स्पर्श मिलते ही, रामु जाग उठा और डरकर मां की बाहों से लिपट गया।
Ghost stories in hindi
. उसने घर जाकर, सारी घटना मां और पिता को बता दी। उसके मां और पिता ने सारे गांव वालो से ये बात कह दी। अब रात को ७ बजे के बाद, कोई भी व्यक्ति जंगल के पास भी नही भटकता था।
दोस्तो, मेरा नाम आशीष पटेल है। प्यार से मुझे लोग ‘आशु’ कहकर बुलाते है। मैं गुजरात राज्य के वडोदरा शहर में से, एक छोटे से गांव ‘विश्रामपुरा’ से हूं। मुझे कहानी लिखना सबसे प्रिय लगता है एवं में इसी लक्ष्य की तरफ अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहता हूं। उम्मीद है, की यह कहानी आपको पसंद आयेगी। अगर आपको यह कहानी पसंद आए, तो अपने दोस्तो के साथ जरूर साझा कीजिएगा। Contact
Very nice 👌👌 story Aashish sir or me batana chahta hu ki vo chudel thi seema
What a story…😎💕🌹🎉🎉👍🥀
Well done sir .. good story , good content I think Seema is a chudel .. will we are waiting for next part of this story I hope next part is will be more horrible 😵
Good story ☺️
Nice story bro 👌👌
I very excited next part a story
Your very very strong story and so beautiful ❤️
It’s good story👌👌
Awesome