रक्षाबंधन का पर्व – रक्षाबंधन पर कहानी जो हर भारतीय को पढ़नी चाहिए
भारत देश अपनी परंपरा एवं रीति-रिवाजों के लिए माना जाता है। यहां लगभग हर रिश्ते के लिए एक अलग पर्व है। भारत में पवित्र रिश्तों के प्रति उत्सवों का सार है तथा जो विश्व में एक विशेष स्थान रखता है। रक्षाबंधन वह त्यौहार है जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के बीच स्नेह और भाईचारे के बंधन को मजबूत करने के लिए मनाया जाता है।
आइए देखते हैं इस खूबसूरत त्यौहार की कुछ खास विशेषताएं-
यह त्यौहार भाईचारे को बढ़ाता है। त्यौहार के शुरू होने के महीनों पहले कई फैंसी और रंगीन राखियों से बाजार भर जाता है। बहनें अपने भाई के लिए फैंसी राखी, कार्ड एवं उपहार की खरीदारी करती हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, रक्षा बंधन एक ऐसा त्योहार है जो बहन और भाई के पवित्र रिश्ते में और अधिक प्रेम जोड़ता है। इस त्योहार में एक बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांध कर उसकी लंबी उम्र और उसके समृद्ध जीवन के लिए कामना करती है। जबकि उसका भाई अपनी बहन को जीवन भर सभी परिस्थितियों में सुरक्षा प्रदान करने का वचन देता है और उसे अपनी क्षमता के अनुसार उपहार देता है। जिससे बहन और भाई के रिश्ते में प्यार और ईमानदारी और सच्चाई पैदा होती है।
रक्षा बंधन बहुत सारे अवसरों के साथ भाई-बहनों के बीच प्यार और स्नेह के पवित्र बंधन का अवसर है। यह मूल रूप से उत्तर भारतीय त्योहार है जो अब दुनिया भर में भावनाओं, प्रेम और स्नेह को व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है।
रक्षा बंधन कई वर्षों से एक ही परंपरा के साथ उसी तरह मनाया जाता है। सभी भाई-बहन इस शुभ अवसर पर एक-दूसरे के पास पहुंचने की कोशिश करते हैं। हर किसी के लिए यह परिवार के पुनर्मिलन और उत्सव का अवसर है। लोगों के बीच स्वादिष्ट व्यंजनों, अद्भुत मिठाइयों और उपहारों का आदान-प्रदान किया जाता है।
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श्रावण माह के आगमन से पहले फैंसी राखियाँ और स्वादिष्ट मिठाइयाँ तैयार की जाती हैं। भारतीय परंपरा के अनुसार परिवार के लोग अनुष्ठान करने के लिए सुबह जल्दी तैयार हो जाते हैं। लोग किसी भी तैयारी की शुरुआत से पहले मन और आत्मा को शुद्ध करने के लिए सुबह जल्दी स्नान करते हैं। बहनें थाली तैयार करती हैं जिसमें रोली, तिलक, राखी के धागे, चावल के दाने, अगरबत्ती, दीये और मिठाइयाँ होती हैं।
बदलती जीवन शैली के साथ यह उत्सव अधिक विस्तृत और जीवंत हो रहा है और इसलिए रक्षा बंधन का अर्थ बदल दिया गया है। आज जो लोग दूर- दराज हैं उन लोगों के लिए ” राखी कार्ड, ई-राखी, राखी एसएमएस, एवं सोशल मीडिया के माध्यम से उनके बीच संचार के रूप में कार्य करता है। यह त्यौहार भाई-बहनों की व्यक्तिगत भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है।
यह प्यार के अटूट रिश्ते हर साल प्रेम के अंतरंग संबंधों के गीत सुनाते हैं जो आत्मा की एकांतता को प्रेम की महकती खुशबू से आबाद करता है। इस शुभ दिन पर ऐसा लगता है कि जीवन में कोई दुःख नहीं है, कोई कठिनाई नहीं है। दर्द और गम की लहरें इस तरह थम जाती हैं जैसे इस वीराने जीवन में वसंत आ गया है। यह प्यार भरा जीवन यह आनंद यह परिवार की खुशियां यह जश्न का माहौल काश आजीवन हो जाएं। वर्षों के बिछड़े आज मिलते हैं, मुरझाते चेहरे खिल उठते हैं।
प्रतीक्षित नैनो में प्यार के दीपक जल उठते हैं और एक पिता एक भाई और एक बेटे की विग्रह से सुलगती हुई पलके आज भीग जाती हैं। हृदय में एक असाधारण सहजता की अनुभूति होती है और अपनाइयात एवं एकता की भावना को कैसे महसूस किया जाता है बयान करना कठिन है।
इस दिन यह त्यौहार भीड़-भाड़ भरे जीवन में दुखों एवं संघर्षों से घिरे होने पर भी मुस्कुराने का पाठ सिखाता है। यह त्योहार हमें याद दिलाता है कि समय का प्रचलन वातावरण को बदल देता है मानवीय स्वाभिमान को बदल सकता है, लेकिन ऐसे प्रेम के बंधन से मानवीय रिश्तों को ता उम्र नहीं काटा जा सकता है।
सभी देश वासियों को रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई।
मेरा नाम बिलाल हयात है। मैं सऊदी अरब में 8 वर्षों से रह रहा हूं। ग्रैजुएशन करने के बाद मै सऊदी कमाने के लिए आ गया। मुझे सरल जीवन पसंद है। मैं कोई प्रोफेशनल लेखक नहीं हैं बस प्रयास कर रहा हूं लिखने का। आप लोगो के आशीर्वाद एवं साथ की आवश्यकता है।