विक्रम बेताल की ग्यारहवीं कहानी: सबसे अधिक कोमल कौन? बेताल पच्चीसी
सबसे अधिक कोमल कौन? बेताल पच्चीसी की ग्यारहवी कहानी – Pachisi ki 11th Kahaani
पहले की तरह फिर से एक बार राजा विक्रम ने बेताल को अपने कंधो पर ले जाने लगे। इसके बाद एक नयी कहानी शुरू हुई..
बहुत जमाना पहले, गौड़ नाम के देश में गुणशेखर राजा का राज हुआ करता था। राजा बहुत बलवान था कि उसकी चर्चा दूर-दूर के राज्यों तक फैली हुई थी। उस राजा की तीन बहुत सुंदर बेटियां थीं। तीनों इतनी कोमल थीं कि राजा को अक्सर उनकी चिंता लगी रहती थी।
राजा की सबसे बड़ी बेटी इतनी कोमल थी कि चांद के प्रकाश से ही उसके शरीर पर छाले पड़ जाते थे। दूसरी बेटी को गुलाब के फूल जैसी नाजुक चीज से टकराने पर भी चोट लग जाती और खून बहने लगता था। तीसरी बेटी के कानों में किसी के चलने या कुछ कूटने की आवाज पहुंचते ही उसके हाथ-पांव पर छाले पड़ जाते थे।
कई राजकुमार उनसे शादी भी करना चाहते थे, लेकिन उनकी कोमलता के बारे में जानकर पीछे हट जाते। राजा को उनकी शादी की चिंता सताने लगी। उन्हें लगने लगा कि इस कठोर संसार में उसकी कोमल बेटियां कैसे रह पाएंगी।
तब राजा ने एक फैसला लिया कि वो सबसे पहली बेटी को हर दम छांव में ही रखेंगे, ताकि किसी तरह की रोशनी की वजह से उसके शरीर पर छाले न पड़ें। राजा ने दूसरी बेटी को हल्के कपड़ों और गहनों के साथ ऐसी जगह रखने का फैसला किया जहां कोई भी चीज उससे न टकराए। राज ने तीसरी बेटी को ऐसी जगह रखा जहां किसी की भी आवाज न पहुंच पाए।
इसी दौरान एक पड़ोस के राज्य का राजकुमार उनकी कोमलता के बारे में सुनने के बाद गौड़ देश पहुंच गया। वह तीनो को आजमाना चाहा, उसने सबसे पहली राजकुमारी के चेहरे को गुलाब के फूल का स्पर्श कराया, जिससे राजकुमारी के चेहरे पर घाव के निशान बन गए। राजकुमार हैरान रह गया। इसके बाद उसने दूसरी राजकुमारी को चांदनी रात में बाहर जाने को कहा, लेकिन जब राजकुमारी ने मना कर दिया, तो वो उसे खिड़की के पास ले गया, जहां चांद की रोशनी पड़ रही थी। चांद की रोशनी राजकुमारी पर पड़ते ही उसके शरीर पर छाले पड़ गए। अगले दिन राजकुमार ने सभी लोगों से मसाला कूटने के लिए कहा, जिसकी आवाज सुनकर सबसे छोटी राजकुमारी बेहोश हो गई।
बस इतनी कहानी सुनाकर बेताल एकदम चुप हो गया और राजा विक्रम से पूछा, “महाराज ये बताइये कि इन तीनों राजकुमारियों में से सबसे अधिक सुकुमारी व कोमल कौन सी है और राजकुमार कौन सी राजकुमारी से विवाह करेगा।”
सवाल सुनने के बाद भी राजा विक्रमादित्य ने कोई जवाब नहीं दिया। गुस्से में बेताल ने कहा, “राजन जवाब पता होने पर भी आप उत्तर नहीं देंगे, तो मैं अपने तेज से आपका सिर धड़ से अलग कर दूंगा।” इतना सुनने के बाद राजा बोले, “तीसरी राजकुमारी सबसे अधिक सुकुमारी है, क्योंकि बिना कुछ किए ही उसके हाथ पैर पर छाले पड़ रहे थे और वो बेहोश हो रही थी। वो सिर्फ तन से नहीं मन से भी कोमल है। इसी वजह से राजकुमार सबसे छोटी राजकुमारी से शादी करेगा।” जवाब मिलते ही बेताल राजा विक्रम की पीठ से उड़कर फिर से पेड़ पर जाकर लटक जाता है।
Also, Read More:-
- विक्रम और बेताल की प्रारंभिक कहानी – Vikram Betal ki Kahaani
- विक्रम बेताल की पहली कहानी: पाप किसको लगा? बेताल पच्चीसी
- विक्रम बेताल की दूसरी कहानी: किसकी स्त्री?
- विक्रम बेताल की तीसरी कहानी: बड़ा बलिदान किसका? बेताल पच्चीसी
- विक्रम बेताल की चौथी कहानी: ज्यादा पापी कौन? बेताल पच्चीसी
- विक्रम बेताल की पांचवी कहानी: असली वर कौन? बेताल पच्चीसी
- विक्रम बेताल की छठी कहानी: पत्नी किसकी? बेताल पच्चीसी
- विक्रम बेताल की सातवीं कहानी: राजा या सेवक- किसका काम बड़ा?
- विक्रम बेताल की आठवीं कहानी: सबसे बढ़कर कौन? बेताल पच्चीसी
- विक्रम बेताल की नवी कहानी: राजकुमारी किसको मिलनी चाहिए? बेताल पच्चीसी
- विक्रम बेताल की दसवीं कहानी: सबसे बड़ा त्याग किसका? बेताल पच्चीसी
Short Stories in Hindi Editorial Team. If you want to publish your story then please contact – [email protected]. Like us on Facebook.