विदेश में जाना थी सबसे बड़ी गलती – Best Story in Hindi You’ll Ever Read

Best Story in Hindi 

Submitted by Animesh Khushwaha

मेरा नाम अनिमेष खुश्वाहा है लेकिन ये कहानी मेरी नहीं, ये कहानी है जिग्नेश राठी की जो अमरीका में 6 साल पहले आया था और यही सेटल हो गया. मैं जिग्नेश का दोस्त हूँ. हम दोनों गुजरात के राजकोट से है और मैं जिग्नेश के परिवार को बहुत अच्छे से जानता भी हूँ. हालाँकि अमरीका में मैं जहाँ काम करता हूँ और रहता हूँ, वो जगह जिग्नेश के घर से करीब 3 घंटे दूर है लेकिन कभी कभी जिग्नेश मुझे मिलने के लिए फ़ोन कर लेता है और हम दोनों यहाँ अमरीका में अपने बचपन के दिन याद कर लिया करते है.

जो लोग विदेश जाने के इच्छुक है उन्हें हो सकता है ये हिंदी कहानी पढ़ कर थोड़ा दुःख हो लेकिन ये मात्र एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, ज़रूरी नहीं कि ये हर किसी के साथ हो.

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रात के 12:30 बजे का वक़्त था, जिग्नेश अमरीका के कैलिफ़ोर्निया में सोया हुआ था कि उसके फ़ोन की घंटी बजी. वो हड़बड़ाहट में उठा और सोचने लगा कि इतनी रात को किसने फ़ोन कर दिया।

जिग्नेश ने फ़ोन उठाया तो उसके मामा थे जो भारत में रहते है.

मामा: जिग्नेश बेटा …तुम्हारे पापा को हार्ट अटैक आया है, हम हॉस्पिटल में ही है और डॉक्टर उन्हें अंदर देख रहे है.

जिग्नेश: मामा जी, पापा ठीक तो है?

मामा: “अभी कुछ कह नहीं सकते, जब डॉक्टर बाहर आएगा तो फ़ोन करूँगा. तुम यहाँ आने की तयारी कर लो बेटा … “

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इतना बोलकर मामा जी ने फ़ोन काट दिया. अब जिग्नेश घबरा गया और अपने वीसा और नौकरी के बारे में सोचने लगा.

15 मिनट बाद फिर से मामा जी का फ़ोन आया..

मामा: बेटा जिग्नेश, डॉक्टर ने कहा है कि उनके दिल में 95% ब्लॉकेज है और इसलिए उनका जल्द से जल्द ऑपरेशन करना पड़ेगा. तुम्हारे पापा तुम्हे याद कर रहे है, बेटा जल्द से जल्द यहाँ आने की कोशिश करो.

अब जिग्नेश दुविधा में था क्यूंकि वो वर्क वीसा पर अमरीका गया था और वहां से इतनी जल्दी वीसा मिलना आसान नहीं होता. और वो अभी-अभी अपनी नौकरी में सेटल हुआ था. अगर वो ये नौकरी छोड़ देता तो दूसरी नौकरी के लिए बड़ी दिक्कत हो जाती. फिर भी जिग्नेश ने धैर्य रखकर अपनी कंपनी के मैनेजर से सुबह बात करने की सोची.

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उस रात जिग्नेश सो नहीं पाया और अगले ही दिन जैसे ही अपने काम पर गया तो अपने मैनेजर से इस बारे में बात की. मैनेजर ने बताया कि उसका वर्क वीसा की वैलिडिटी तो कुछ दिन पहले ही समाप्त हुई थी. अब अगर वो भारत जाना चाहता है तो उसे अपना वर्क वीसा बढ़ाना पड़ेगा जिसमे करीबन 4 से 6 महीने लगेंगे या फिर वो ये नौकरी छोड़ कर भारत जा सकता है लेकिन ऐसे में उसे दोबारा अमरीका में नौकरी पाना बहुत मुश्किल होगा.

अब जिग्नेश दुविधा में था क्यूंकि अभी-अभी वो सेटल हुआ था और अगर वो ये नौकरी छोड़ देता है तो उसकी सारी मेहनत बर्बाद हो जायेगी. शाम को जिग्नेश ने अपने घर फ़ोन किया और अपने पिता की तबियत पूछी. जिग्नेश की माँ ने बताया कि 2 दिन के बाद ऑपरेशन है. साथ ही जिग्नेश की माँ ने जिग्नेश का हौसला अफ़ज़ाई के लिए कहा “तुम्हारे पापा ऑपरेशन के बाद ठीक हो जाएंगे. तुम अपना वक़्त ले लो और जब काम ख़त्म हो जाए तब आ जाना.”

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बस इस उम्मीद में कि पापा की तबियत जल्दी ठीक हो जाएगी, जिग्नेश अमरीका में अपना काम करता रहा लेकिन एक रात को जिग्नेश की बेहन का फ़ोन आया कि पापा की तबियत बहुत ज़्यादा ख़राब हो गयी है और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया है. जिग्नेश बिना कुछ सोचे भारत की टिकट करवा लेता है और जब वो दिल्ली के एयरपोर्ट पर पहुँच कर अपना फ़ोन ऑन करता है तो देखता है कि 15 घंटे पहले उसकी बेहन का मैसेज आया था कि पापा चल बसे.

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जिग्नेश के आंसू निकल पड़े और वो मन में यही सोच कर खुद को कोस्टा रहा कि काश थोड़ी देर पहले आ गया होता तो पापा से कुछ बात चीत कर पाता.

दोस्तों ये हिंदी कहानी उन सब NRIs को समर्पित है जो अपने परिवार को छोड़ कर विदेश में रहते है और ये काफी हद तक सच भी है कि आपातकालीन स्थिति में कई बार वीसा मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है.

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जिग्नेश ने अपने पिता का अंतिम संस्कार तो देख लिया लेकिन कईयों को तो ये भी नसीब नहीं होता. भारत में 1 महीना रहने के बाद जिग्नेश तो अमरीका वापिस आ गया लेकिन आज भी वो डरता है कि वैसा ही फ़ोन उसकी माँ के लिए ना आ जाये. जिग्नेश ने अपने परिवार और अपने करियर के साथ तो समझौता कर लिया लेकिन हर दिन वो इसी सोग के साथ जीता है कि पिता के अंतिम दिनों में भी उनके साथ ना रह सका.

जिग्नेश अब चाहता है कि ज़्यादा से ज़्यादा पैसे कमा कर वापिस अपने देश जा सके पर पता नहीं ये कब मुमकिन हो पायेगा.

दोस्तों, मुझे लगता है कि ये है दुनिया की सबसे Best Story in Hindi. अगर ये कहानी पढ़ कर आप भी भावुक हुए तो अपनी फीलिंग्स को छुपाये नहीं बल्कि हमें कमैंट्स में बताये. हम भी आपका अनुभव जानना चाहेंगे।

धन्यवाद.

 

दोस्तों आपके लाइफ से जुडी Best Story in Hindi होगा और उसे पब्लिश करना चाहते हैं तो हमें भेजे.

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