Michele Gangster Story Part 3 – Mafia Story in Hindi
माइकल ने ६ साथियों के साथ एक योजना बनाई। योजना के मुताबिक, वे सारे रात को ३ बजे जेकॉब के घर के पास पहुंच गए। माइकल ने देखा की गेट के पास ही २ पहरेदार पहरा दे रहे थे। माइकल के दो आदमी वहां चुपके से गए और दोनों का मुंह क्लोरोफोल वाले रुमाल से ढंक कर उनको बेहोश कर दिया और फिर उनको चाकू से मार दिया। माइकल अपने साथियों को लेकर आगे बढ़ा। घर के बाहर ही बाग था, वहां पे बहुत पेड़ पौधे थे। माइकल और उनके साथियों ने दूर से देखा की बहुत सारे पहरेदार वहा पहरा दे रहे थे।
Mafia Story in Hindi
माइकल ने देखा की दूसरी मंजिल पे खिड़की से जा सकते है। उसने एक रस्सी निकाली और उसकी मदद से वह दूसरी मंजिल पे पहुंच गया। उसने अपने औजारों की मदद से खिड़की के सारे सरिए तोड़ दिए और अंदर घुस गया। उसने आसपास देखा, लेकिन जेकॉब उसको कही नही मिला। वह पहली मंजिल पे गया, वहां उसको एक कमरे में जेकॉब सोते हुए दिखा। उसने अपनी बंदूक निकाली और जेकॉब के सर पर रखी और उसको जगाया। जेकॉब नींद से जाग गया और बोला की “ कौन हो तुम ? क्या चाहते हो? ” “मैं डेविड का आदमी हूं, मैं तुम्हारी मौत चाहता हूं। अगर बच सकता है तो बच ले।”
माइकल ने जवाब दिया। जेकॉब ने लात मारकर माइकल के हाथ से बंदूक गिरा दी और कुछ मिनटों तक दोनों के बीच में मारपीट जारी रही। अंत में माइकल ने जेकॉब को नीचे गिरा दिया और गला पकड़कर पूछा की, “ बोल साले कहा छुपा के रखा है, सारा माल। चुप चाप दे दे, वरना तेरा खेल खत्म।” “ मैं देता हूं, मुझे मत मारो।” कहकर जेकॉब ने उसको अपनी तिजोरी दिखाई और उसको सारा माल दे दिया। माइकल ने सारा माल ४ बैग में भर दिया। २ बैग में पैसे थे और बाकी के २ बैग में कीमती हीरे और गहनें। सारा माल लेने के बाद उसने जेकॉब को गोली मार दी। वो नीचे गया और उसने देखा की जेकॉब के सारे आदमी भी मारे गए थे। माइकल के साथियों ने नीचे रहकर उन सबका भी सफाया कर दिया था।
माइकल ने जाते – जाते एक बॉम्ब उसके घर पे फैंका और उसके घर को बॉम्ब से उड़ा दिया।फिर वे सब माल लेकर डेविड के घर पहुंच गए, जो जंगल की तरफ था। बॉम्ब ब्लास्ट होते ही आसपास के लोग जाग गए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस वहा पर पहुंची और यह सब हुआ कैसे ? यह जानने के लिए अपने ऑफिसरों को आदेश दिया। माइकल की इस डकैती के लिए, डेविड ने उसको इनाम के स्वरूप में ५० लाख रूपये दिए। माइकल को ऐसा लगा कि जैसे मानो उसने बहुत बड़ी जंग जीत लिया हो। वह बहुत खुश हुआ। माइकल खुश होकर घर जा रहा था। माइकल घर जाकर कुछ देर सोता रहा। जब उसकी आंखे खुली, तो उनके सामने पुलिस खड़ी थी। पुलिस ऑफिसर ने उसके मम्मी – पापा से कहा की, “ आपके बेटे ने शहर के सबसे रईस इंसान, जेकॉब के घर डकैती की, जेकॉब और उनके सारे आदमियों को मार दिया और आखिर में बॉम्ब ब्लास्ट कर दिया। हमने सीसीटीवी फुटेज की मदद से सब देख लिया।” “ नही, यह नहीं हो सकता। मेरा बेटा यह नहीं कर सकता, शायद आपसे कोई गलतफहमी हुई है।”
माइकल के पिता ने कहा। “अगर आपको जूठ लगता है, तो आप अपने बेटे से पूछ लीजिए।” पुलिस ऑफिसर ने कहा। “ हा, पिताजी। मैं गुनहगार हूं, मैंने ये सब किया है।” माइकल ने जवाब दिया। माइकल का यह जवाब सुनकर उनके मम्मी-पापा के पैरो तले जमीन खिसक गई। उसके पापा ने उसको थप्पड़ मारना चालू कर दिया और कहा की, “ साहब इसे ले जाइए। आज से हमारा कोई बेटा नहीं है। तुझ जैसे बेटे इस देश के लिए ही नहीं, इस दुनिया के लिए कलंक है। मैं आज के बाद इसकी सकल नही देखना चाहता। नीच, नालायक, हत्यारे, हमने ये संस्कार दिए थे तुम्हे ? साहब में इसको जिंदा नहीं छोडूंगा।” ऐसा कहकर माइकल के पिता ऑफिसर की बंदूक लेकर माइकल को मारने जाते है, लेकिन ऑफिसर उनको रोक लेते है और माइकल को पुलिस स्टेशन ले जाते है। माइकल की यह खबर सुनकर एलिना को बहुत ठेस पहुंचती है। वह उसके साथ रिश्ता तोड़ देती है और इस शहर से दूर अपने नाना के घर चली जाती है।
माइकल के मम्मी – पापा को किसी ने बताया की डेविड से उसकी कुछ वक्त से संगती हो गई थी, इसलिए आपका बेटा गलत रास्ते पर जाने लगा। माइकल के पिता को यह बात सुनकर बहुत गुस्सा आया और उसने अपने एक मित्र की मदद से उसका पता ढूंढ निकाला और हाथ में बंदूक लेकर डेविड के घर जा पहुंचा। डेविड के सामने जाकर उसको कहा, “ साले कुत्ते, कमीने, तूने मेरे बेटे को गलत राह पर चलना सिखाया। मेरे बेटे को गैंगस्टर बनाया। तुझे में जान से मार दूंगा।” कहकर उसको गोली मारने की कोशिश की, लेकिन डेविड के आदमी ने उसकी बंदूक छीन ली। उसके बाद डेविड ने तलवार उठाई और कहा कि, “ जान से तो मैं तुझे मार दूंगा। मेरे रास्ते में आनेवाले सारे कांटो को मैं ऐसे ही हटाता हूं, चाहे वो हमारे रिश्तेदार ही क्यों न हो?” कहकर उनके पेट में तलवार मारता है और उनकी बेरहमी से हत्या कर देता है।
माइकल की मम्मी को जब पता चलता है, तो वह न्याय के लिए पुलिस स्टेशन पहुंच जाती है, लेकिन उसको वहा पे भी न्याय नही मिलता है। डेविड के ऊपर कार्यवाही करने से सारे ऑफिसर मना कर देते है। डेविड का खौफ इतना था की उसके खिलाफ गवाही देने की कोई हिम्मत भी नहीं करता था। सब उससे डरते थे। उसके खिलाफ आवाज उठानेवाले लोगो की वह हत्या कर देता था। यहा तक की कई पुलिस ऑफिसर की भी हत्या उसने करवाई थी। न्याय न मिलने पर माइकल की मम्मी को दिल का दौरा पड़ता है। वह इस पीड़ा को सह नहीं पाती है और इस दुनिया से अंतिम विदाई लेती है।
भाग ४ बहुत जल्द …
दोस्तो, मेरा नाम आशीष पटेल है। प्यार से मुझे लोग ‘आशु’ कहकर बुलाते है। मैं गुजरात राज्य के वडोदरा शहर में से, एक छोटे से गांव ‘विश्रामपुरा’ से हूं। मुझे कहानी लिखना सबसे प्रिय लगता है एवं में इसी लक्ष्य की तरफ अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहता हूं। उम्मीद है, की यह कहानी आपको पसंद आयेगी। अगर आपको यह कहानी पसंद आए, तो अपने दोस्तो के साथ जरूर साझा कीजिएगा। Contact
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