सीमा का बदला – एक खौफनाक कहानी (भाग -३)
Horror Story in Hindi
(सूचना – दोस्तो, अगर अपने भाग – १ और २ नही पढ़ा है, तो इस link के जरिए पढ़ सकते हो।
भाग -१ https://shortstoriesinhindi.
भाग -२ https://shortstoriesinhindi.
या फिर इस ब्लॉग पे देख सकते हो पहले का भाग )
. गांव में सबको पता था की नंदिनी और जयवीर एक-दूसरे से कितना प्यार करते थे! नंदिनी ने अपने चाचा और चाची के सामने यह प्रस्ताव रखा, की वह जयवीर से विवाह करना चाहती है। जयवीर दिल का बहुत अच्छा था, इसलिए उसके चाचा-चाची विवाह के लिए मान गए; लेकिन उन्होंने एक शर्त रखी की, “नंदिनी की उम्र अभी छोटी है, जब वह २२ साल या उससे ज्यादा की हो जायेगी, तब उसका विवाह जयवीर से करा देंगे,” ऐसा कहा दोनों ने।
Bhootiya Stories in Hindi
. यहां गांव में एक के बाद एक, सभी की मृत्यु होने लगी। चुड़ैल रोज किसी ना किसी को अपना शिकार बनाती। जयवीर चुड़ैल से कैसे निपटा जाए? इसके बारे में योजना बना रहा था।
. एक बार कुछ ऐसा ही भयानक हुआ। अमावस्या की रात थी। चारो ओर सन्नाटा छाया हुआ था। ऐसा कहा जाता है, की अमावस्या की रात को भूत और चुड़ैल की शक्तियां भयानक रूप धारण करती है और उनकी शक्तियां पहले से काफी बढ़ जाती है। रात के १ बजे थे। गांव में एक वरुण नाम का लड़का था, वह बहुत मनचला था और अक्सर वो लड़कियों को छेड़ता रहता था। लड़किया भी उससे बहुत परेशान थी। वरुण के घर के पास मोहिनी नाम की एक लड़की रहती थी और उसके प्रति वह आकर्षित था। उस रात को जयवीर ने एक ऐसा दृश्य देखा, जिसको देखकर वह दंग रह गया! वह अपने घर में, कही कोने में छुपकर यह सारा नजारा देख रहा था, उसने नंदिनी को रात को १ बजे बाहर जाते हुए देखा। वह उसके पीछे-पीछे चलने लगा और साथ में हनुमान चालीसा का पाठ भी करने लगा, ताकि डर न लगे और मोहिनी के घर के पास आकर रुक गया। नंदिनी अचानक अदृश्य हो गई। रात के ०१:३० बजे के करीब, वरुण ने एक आवाज सुनी। “वरुण, ओ मेरे प्रियतम, कहा हो तुम? जल्दी आओ, में तुम्हारा इंतजार कर रही हूं। में तुम्हारी प्रेमिका, मोहिनी हूं। में तुमसे प्रेम करती हूं और तुमसे विवाह करना चाहती हूं।” ऐसी प्यारी और मधुर बात सुनकर वरुण खुशी से जुमते हुए बाहर निकला। वरुण ने कहा, “ मोहिनी तुम कहा हो? मुझे पता था तुम जरूर मेरे प्यार को समझोगी। मेरी प्रिये, जल्दी से बाहर आ जाओ। ”
Bhoot story in hindi
. नंदिनी ने वरुण को बाहर पाया और वह मन ही मन बहुत खुश हुई। यहां जयवीर छुपकर सारा नजारा देख रहा था; लेकिन नंदिनी उसको दिखाई नही दी। सिर्फ उसकी आवाज आ रही थी, जब उसने वरुण को पुकारा था। नंदिनी धीरे-धीरे वरुण को जंगल की तरफ ले जाने लगी और जब वरुण कुछ कहता, की कहा हो मोहिनी ?कहा हो तुम? तब वह इतना ही जवाब देती, “थोड़ा ओर आगे बढ़ो प्रिये, में तुम्हारे पास हूं। ” ऐसा करते-करते नंदिनी उसको जंगल में ले गई। जयवीर उसका पीछा करते हुए आगे बढ़ने लगा। अचानक उसने देखा की, नंदिनी एक खौफनाक चुड़ैल में परिवर्तित हो गई। उसके पैर उल्टे हो गए। यह दृश्य देखकर जयवीर को थोड़ा डर जरूर लगा, लेकिन उसने खुद को संभाला और हनुमान चालीसा का जाप करने लगा। वहा पे वरुण मोहिनी की तलाश में आगे बढ़ने लगा। उसको पता नही था की उसके पीछे ही वह चुड़ैल है। अचानक चुड़ैल ने आवाज दिया “ ओ मेरे राजा, जरा पीछे मुड़कर देखो, आपकी मोहिनी, आपके सामने खड़ी है। आपका इंतजार खत्म हुआ।” वरुण ने जैसे ही पीछे मुड़कर देखा, तो उसके होश उड़ गए। उसकी नजरों के सामने एक चुड़ैल थी। जिसकी दोनो आंखों से खून बह रहा था। उसने सफेद साड़ी पहनी हुई थी, जिस पर खून के धब्बे थे। चुड़ैल डरावनी नजर से उसकी तरफ देख रही थी और जोर -जोर से हस रही थी। वरुण ने कहा “ मुझे जाने दो।” चुड़ैल ने कहा, “ तू नही बचेगा। अब ऊपर जाके तेरी मोहिनी को मिलना।” ऐसा कहते हुए, अपने दोनो हाथ के लंबे -लंबे नाखून से वरुण के पूरे शरीर पर वार किया और उसे मार दिया। उसे मारकर अपने हाथ लाल करके वह अदृश्य हो गई। जयवीर ने ये सारा नजारा अपनी आंखों से देखा। वह धीरे -धीरे जंगल से घर जाने लगा। घर पहुंचकर उसने पूरी रात यही सोचने में बिताई, की आखिर नंदिनी ऐसा क्यों कर रही है? कोन है उसके पीछे?
Bhoot ki kahani in Hindi
. अगले दिन यह बात सबको पता चली और सब कांप उठे। किसीको समझ में नहीं आ रहा था की अब क्या करे? जयवीर एक साधु महात्मा को जानता था। जो कोसो दूर, पहाड़ी पर रहते थे। उस दिन जयवीर को इच्छा तो हुई की सबको सच बता दूं, लेकिन उसके दिल ने उसको रोक लिया, यह कहकर की कही लोग नंदिनी को गांव के बाहर न निकाल दे! उस दिन जयवीर अपने घोड़े पे सवार होके, बिना किसीको कुछ बताए पहाड़ी की तरफ निकल पड़ा। लंबे सफर के बाद, आखिर वह साधु महात्मा के स्थान पर पहुंच गया। उसने साधु महात्मा को प्रणाम किया और सारी बाते बताई तथा चुड़ैल के संकट का पूरा विवरण किया। उसकी बाते सुनकर साधु महात्मा ने कहा, “ जयवीर तुम एक साहसी और बहादुर युवक हो। मुझे बेहद गर्व है तुम पर वत्स, की तुम अपनी जान खतरे में डालकर उस गांव को चुड़ैल के खौफ से मुक्ति दिलाना चाहते हो। तुम डरो मत, में तुम्हारे साथ हूं। आज रात तुम यहीं विश्राम करो, कल सुबह में तुम्हारे गांव में आवूंगा। मेने क्या योजना बनाई है यह में तुम्हे कल गांव में ही बताऊंगा। अभी तुम सो जाओ। ”
Bhoot pret ki kahani hindi
( दोस्तो, कैसा लगा आपको भाग – ३? सोचिए, साधु महात्मा की योजना क्या होगी? वह ऐसा क्या करेंगे? जिससे गांव को चुड़ैल से मुक्ति मिलेगी? )
आपके सारे सवालों के जवाब आपको मिलेंगे अंतिम भाग में।
भाग – ४ बहुत ही जल्द…
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दोस्तो, मेरा नाम आशीष पटेल है। प्यार से मुझे लोग ‘आशु’ कहकर बुलाते है। मैं गुजरात राज्य के वडोदरा शहर में से, एक छोटे से गांव ‘विश्रामपुरा’ से हूं। मुझे कहानी लिखना सबसे प्रिय लगता है एवं में इसी लक्ष्य की तरफ अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहता हूं। उम्मीद है, की यह कहानी आपको पसंद आयेगी। अगर आपको यह कहानी पसंद आए, तो अपने दोस्तो के साथ जरूर साझा कीजिएगा। Contact
Excited for next part Ashish…aaj ka part bahut achha laga..,👍
Great job sir, this part is too good like previous 2 parts nd we’re really really excited for the next part…😇😇