माइकल ( गैंगस्टर) की कहानी Gangster Story in Hindi
Michele Gangster Story in Hindi – Mafia Story in Hindi
माइकल और एलिना ३ साल से प्रेम में थे। माइकल एलिना से बेहद प्रेम करता था। माइकल की आर्थिक परिस्थिती ठीक नहीं थी। माइकल अपनी इस परिस्थिति से बहुत चिंतित रहता था। ऐसे समय में एलिना उसको समझाती और हो सके उतनी मदद भी करती। बहुत ही मुश्किल से उसका घर चलता था। माइकल के पिता पर ही घर की सारी जिम्मेदारी थी। उसके पिता का नाम था, जोसेफ। माइकल के पिता जोसेफ,सीमेंट की एक फैक्ट्री में, बतौर मजदूर काम करते थे। आमदनी इतनी भी नही थी की ठीक से घर चले सके। दो वक्त की रोटी भी बड़ी मुश्किल से मिल पाती थी। माइकल का बचपन पूरा गरीबी में बीता था। माइकल ने अब तक की जिंदगी में सिर्फ गरीबी देखी थी, इसलिए वह एक अमीर इंसान बनना चाहता था। वो दिन रात बस यही ख्वाब देखता की, मैं दुनिया का सबसे अमीर इंसान कैसे बनू?
घर की आर्थिक स्थिति देखकर उसने कॉलेज भी बीच में से ही छोड़ दिया और काम की तलाश में इधर – उधर भटकने लगा। एक दोस्त की पहचान की वजह से उसको एक बिस्किट की कंपनी में नौकरी मिल गई। आमदनी इतनी भी नही होती की वह अपने शौक पूरे कर सके, लेकिन हां वो अपने घर खर्च में थोड़ा हिस्सा देने लगा। जब वह अपने बाकी दोस्तों को बाइक और कार लेकर घूमते देखता, तो उसको भी घूमने की इच्छा होती, लेकिन कम तनख्वाह की वजह से वह ये सब नहीं कर पाता था। इन दिनों माइकल की दोस्ती कुछ ऐसे दोस्तों से हुई, जिन्होंने माइकल को बहुत सारी बुरी आदतें सिखाई, जैसे की सिगरेट पीना, शराब पीना, ड्रग्स लेना, आदि।
माइकल का एक दोस्त ड्रग्स के माल की हेरा फेरी करता था और लाखो रूपिए कमाता था।माइकल जिस कंपनी में काम करता था, उस कंपनी के बाहर पास में ही एक बगीचा था, उस बगीचे के बाहर, ये सारे दोस्त शाम को इकट्ठा होते। माइकल रोज इसी रास्ते से आता जाता रहता था। एक दिन उसको दुःखी हालत में आते देख, इन दोस्तो ने उसको बुलाया और सब हाल चाल पूछा था। तब से माइकल इन सबके साथ रोज मिलने लगा और उनकी टीम में शामिल हो गया। माइकल को भी अमीर बनना था। उसने अपने दोस्त को अपनी परेशानी बताई और उसके दोस्त डेविड ने उसको अपने साथ काम पर रख लिया। माइकल अब पहले जैसा नहीं रहा था। एलिना से भी वह धीरे-धीरे दूर होने लगा। वह कभी मन होता तो उससे बात करता, तो कभी उसके फोन कॉल्स अनदेखा करता। माइकल अब पहले जैसा नहीं रहा। वह माइकल जो पहले इतना ईमानदार और नेक था, वह बुराई के रास्ते पर चलने लगा था।
माइकल ने अपने इस नए काम के बारे में अपने घर में किसीको नहीं बताया और एलिना से भी यह बात उसने छुपाई। उन सबको वह यही बताता की मैं वही बिस्किट की कंपनी में काम करता हूं। एक दिन डेविड ने माइकल को एक काम सौंपा और कहा की, “ माइकल ये ड्रग्स की बैग्स गुप्ता साहब के वहां पहुचानी है, लेकिन ध्यान रहे, रास्ते में पुलिस की नाकाबंदी होगी, उससे तुम्हे बचकर निकलना होगा।” माइकल ने हां में जवाब दिया और कार की चाबी लेकर जाने की तैयारी करने लगा। माइकल ने कार की डिक्की में ४ बैग्स भर दी। उसमे से ३ बैग्स में ड्रग्स थी और १ बैग में बच्चों के कपड़े। साथ ही उसने बाकी की ३ बैग में भी ड्रग्स के ऊपर बच्चों के कपड़े रख दिए, ताकि किसीको पता न चले। सारा प्रबंध करने के बाद माइकल कार लेकर गुप्ता साहब के ठिकाने जा रहा था। बीच में पुलिस की नाकाबंधी थी। पुलिस ने माइकल की कार को भी रोका और कार की डिक्की खोलने के लिए कहा। माइकल ने कहा, “ जी सर, बिलकुल चेक कर लो, इसमें केवल बच्चों के कपड़े है, जो में बेचने के लिए ले जा रहा हूं।” ऐसा बोलकर उसने वह बैग दिखाई जिसमे पूरी तरह से कपड़े थे और एक ओर बैग दिखाई जिसके ऊपर कपड़े थे, लेकिन अंदर ड्रग्स थी। पुलिस ने पहली बैग पूरी तरह से चेक की थी, लेकिन दूसरी बेग सिर्फ ऊपर से देखकर बंद करने को कहा। फिर उसने माइकल की कार को जाने दिया। माइकल ने बताए गए समय और पते पर गुप्ता साहब को ड्रग्स पहुंचाई और पैसे लेकर वापस अपनी कार में आ गया।
भाग २ बस कुछ ही दिनों में…
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दोस्तो, मेरा नाम आशीष पटेल है। प्यार से मुझे लोग ‘आशु’ कहकर बुलाते है। मैं गुजरात राज्य के वडोदरा शहर में से, एक छोटे से गांव ‘विश्रामपुरा’ से हूं। मुझे कहानी लिखना सबसे प्रिय लगता है एवं में इसी लक्ष्य की तरफ अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहता हूं। उम्मीद है, की यह कहानी आपको पसंद आयेगी। अगर आपको यह कहानी पसंद आए, तो अपने दोस्तो के साथ जरूर साझा कीजिएगा। Contact
Story is very good.
Phir Uske Bad Kya Hua jaldi Shear kro
Sir such good story about Aalina and Michael