डरावना रास्ता – New Horror Story in Hindi
Horror Story in Hindi
रात के ११ बजे थे। मोहन सुनसान रास्ते से जा रहा था। चारो ओर सन्नाटा छाया हुआ था। मोहन बहुत डर रहा था। दूर-दूर तक सिर्फ अंधेरा ही अंधेरा था। मोहन को सही से रास्ता भी दिखाई नहीं दे रहा था, इसलिए उसने अपने मोबाइल की टॉर्च का इस्तेमाल किया। शायद आज उसकी किस्मत भी उसके साथ नहीं थी, आधे रास्ते में ही उसके मोबाइल की बैटरी खत्म हो गई और उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। मोहन के घर से पहले, २ मील की दूरी पर एक डरावना रास्ता पड़ता था, जिसे लोग हवेली के रास्ते के नाम से भी जानते थे। बड़े बुजुर्ग तो यहा तक कहते थे, की उस हवेली के रास्ते से, रात को ११ बजे के बाद, जो कोई भी गया है वह आज तक वापस लौटकर नहीं आया।
मोहन घबराते हुए आगे बढ़ने लगा। वह अंदर ही अंदर डर रहा था; क्योंकि उसने बड़े बुजुर्ग से कई बार ये डरावने रास्ते के बारे में सुना था। उस वक्त, उसको वो सारी बातें याद आ गई।
Real Horror Story in Hindi
थोड़ी देर चलने के बाद, उसको कुत्तों के रोने की आवाज सुनाई दी। मोहन को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था की अब वह क्या करे? वह डरते हुए आगे बढ़ने लगा। कुछ देर बाद, मोहन अचानक रुक गया। उसकी धड़कने तेज़ हो गई और वह बचाओ! बचाओ! पुकारने लगा। एक – दो बार बचाओ! बचाओ! बोलने के बाद उसकी आवाज भी रुक गई। उसके बाद, क्या हुआ होगा उसके साथ ? यह किसीको नहीं पता। मोहन पता नहीं, अचानक कहा गायब हो गया?
इतनी रात अपने बेटे को, घर न आए देखकर, मोहन की मम्मी ने मोहन को कॉल किया, लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ आया। उनकीं मम्मी की चिंता ओर बढ़ने लगी। उसकी मम्मी ने, उसके सभी दोस्तों को कॉल किया, लेकिन किसी भी दोस्त से उसका पता नहीं चला। अंत में उन्होंने उसके एक आखिरी दोस्त को कॉल किया, जो पास के गांव में रहता था, उसका नाम था विजय। विजय ने कॉल पर मोहन की मम्मी को बताया की,“ आंटी, मैं और मोहन शतरंज खेल रहे थे। फिर खेलते – खेलते कब १०:३० बज गए, हमें पता ही नहीं चला। फिर मैने मोहन को कहा भी कि आज की रात वह मेरे घर पे रुक जाए, लेकिन उसने जिद्द किया, मुझे कहा की मुझे घर जाके कॉलेज के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट तैयार करना है। फिर वो यहां से ११ बजे निकल गया।” “ बेटा तूझे उसको रोक लेना चाहिए था, अभी तक वह घर वापस लौटकर नहीं आया। तुम्हें पता है, बीच में हवेली का वो डरवाना रास्ता आता है; जो की बहुत ही खौफनाक है। यहां तक की कुछ बुजुर्ग यह भी कहते है की, उस रास्ते से जो ११ बजे के बाद गया, वह आज तक वापस नहीं लौटा। पता नहीं, रात को ११ बजे के बाद, उस रास्ते के आसपास क्या होता होगा? ” मोहन की मम्मी ने कहा।
Short Horror Story in Hindi
फिर मोहन की मम्मी ने कॉल रख दिया और बहुत रोने लगी। अगली सुबह, यह खबर सारे गांव में फैल गई। सारा रतनपुर गांव यह घटना से भयभीत हो उठा। गांव के ज्यादातर लोगों की जमीन, हवेली के रास्ते पर स्थित थी। कुछ लोगों का तो यह कहना था की, रात के ९ बजते ही उस रास्ते से डरावनी आवाजे आना शुरू हो जाता। रतनपुर गांव के लोग, ज्यादा से ज्यादा शाम के ७ बजे तक खेत में काम करते, उसके बाद वहां से घर आ जाते। कुछ लोग तो जल्दी – जल्दी काम खत्म करके, ६ बजे ही घर की तरफ लौटते।
एक बार, एक युवक आधी रात को दूसरे गांव से, यहां रतनपुर आ रहा था। उस युवक का नाम था, सुखदेव। सुखदेव को हवेली के डरावने रास्ते के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता था और वह भूत-प्रेत इन सब चीजों में विश्वास नहीं रखता था। रतनपुर में उसका एक दोस्त रहता था, जिसके साथ उसने अपना बचपन बिताया था, फिर उच्च अभ्यास के लिए वह दूसरे राज्य में चला गया। इतने लम्बे अरसे के बाद, वह आज अपने दोस्त से मिलने रतनपुर आना चाहता था। ट्रेन देर से मिलने की वजह से उसको देरी हो गई थी।
Ghost story in Hindi
अपने दोस्त से, लम्बे अरसे के बाद मिलने के उत्साह में, वह गाना गाते हुए आगे बढ़ने लगा। कुछ वक्त चलने के बाद, वह हवेली के डरावने रास्ते के करीब जा पहुंचा। उसने हवेली से डरावनी आवाजे सुनी। वह थोड़ा सा घबरा गया और अब वह तेज़ी से आगे बढ़ने लगा। थोड़ी देर के बाद, उसको उस रास्ते के आसपास से भी डरावनी आवाजे सुनाई दी। कुछ देर चलने के बाद, वह अचानक रुक गया। उसके चेहरे पर पसीने छूट गए और उसने जोर से कहा, “ मर गया आज तो मैं?” ऐसा कहते हुए थर – थर कांपने लगा।
( दोस्तों, कैसा लगा आपको मेरी डरावनी कहानी का Chapter 1 ? डरावने रास्ते में आखिर ऐसा क्या है? जिससे लोग इतने डरते है और क्या रहस्य है उस रास्ते का? डरवाने रास्ते से लोग कहा गायब हो जाते हैं? उनका क्या होता होगा? यह आप सोचिए। मैं जल्द ही Chapter 2 के साथ लौटूंगा। )
Chapter 2 बहुत ही जल्द…
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दोस्तो, मेरा नाम आशीष पटेल है। प्यार से मुझे लोग ‘आशु’ कहकर बुलाते है। मैं गुजरात राज्य के वडोदरा शहर में से, एक छोटे से गांव ‘विश्रामपुरा’ से हूं। मुझे कहानी लिखना सबसे प्रिय लगता है एवं में इसी लक्ष्य की तरफ अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहता हूं। उम्मीद है, की यह कहानी आपको पसंद आयेगी। अगर आपको यह कहानी पसंद आए, तो अपने दोस्तो के साथ जरूर साझा कीजिएगा। Contact
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