बेटी का जन्म दिन मना कर ड्यूटी पर आया था….. शहीद की कहानी
मनोज दिसंबर 2018 में छुट्टियों पर घर आया हुआ था और 16 जनवरी को ही उन्होंने अपनी बेटी का पहला जन्म दिन भी मनाया था. उस दिन वे लोग बहुत खुश थे लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनके घर का चिराग इतनी जल्दी उन्हें छोड़ किसी और दुनिया में चला जाएगा. मनोज 6 फरवरी को अपनी ड्यूटी के लिए निकला था और 14 फरवरी को ही ये हमला हो गया.