“रिश्ते” सुंदर कविता हिंदी में Best Poem on Relationship in Hindi

Best Poem on Relationship

“रिश्ते”

धागे से भी नाजूक यह रिश्ते
समाज में जो बनाए हमने।
तोड़े तो ,टूट जाते है रिश्ते।
आग  लगाए तो जल जाते है,रिश्ते।

सुख,दुख, दर्द से बनते है,रिश्ते।
द्वेष, जलन से टूटते हैं,रिश्ते।

कैसा  यह बंधन?
जब दर्द होता अपने को,
तो दूसरे आंसू बहाते हम पर।

जूदाई सह नहीं सकते,
जब दूर जाते है,अपने।
हंसते- हंसाते हुए,यह रिश्ते।
खुशियां दिलाती है,रिश्ते।

मरने पर भी न टूटे,यह रिश्ते।
अमरत्व है, यह रिश्ते।
सबसे ज्यादा श्रेष्ठ है,रिश्ते।

प्यार से ही तो बनते हैं,रिश्ते।
सहने से जुड जाते है,रिश्ते।
रिश्ते-रिश्ते यह खून के रिश्ते।

सुख-दुख में साथ देते।
अकेलेपन में जब महसूस करते।
अकेलेपन में तड़पते  रिश्ते।

तिमिर (अंधेरा) में आभा (दिया) जलाते रिश्ते।
इंतजार करवाते है, यह रिश्ते।
चिंता से युक्त,चिता में जला देते है, यह रिश्ते।

बस! रिश्ते को वहीं छोड़,
छोड़ जाते है, हम दम।
दूसरा जन्म लेकर, फिर रिश्ते
निभाने आ जाते है,हम।

Written By –

Aarti kulkarni 

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2 Responses

  1. Amol kumar kulkarni says:

    Great

  2. Madan Kulkarni says:

    very nice i like it

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