नए ज़माने की नैतिक कहानियां – New Moral Stories in Hindi
New Moral Stories in Hindi
Submitted by Manju Das
1st Naitik Kahani – डर के आगे जीत है
कीर्ति जब 6 साल की हुई तो उसके पापा ने बर्थडे पर उसे एक साइकिल गिफ्ट की. साइकिल देख कर करती बहुत खुश हुई. जब उसने पहली बार साइकिल चलाने की कोशिश की तो गिर गयी और उसे चोट भी लग गयी. उस चोट का डर उसके दिल गया कि दोबारा उसने साइकिल चलाने की हिम्मत नहीं की. कीर्ति की माँ को ये बात अच्छी नहीं लगी और उन्होंने कीर्ति को बहुत समझाया कि सिर्फ एक बार गिरने व चोट लगने से उसे साइकिल चलाने की कोशिश नहीं छोड़नी चाहिए.
New Moral Stories in Hindi
शाम को जब कीर्ति के पिता घर आये तो उन्होंने कीर्ति को कहा कि चलो आज हम साइकिल चलने बाहर चलते है. लेकिन कीर्ति चोट के डर से घबरा रही थी और इसलिए उसने मना कर दिया. लेकिन कीर्ति के पिता ने समझाया कि वह उसके साथ रहेंगे और उसे गिरने नहीं देंगे.
इस पर कीर्ति मान गयी और साइकिल सीखने और चलाने अपने पापा के साथ चली गयी. शुरू में तो वो थोड़ा डर रही थी लेकिन जब ज़रा सी साइकिल चलानी आ गयी तो उसका साहस खुल गया. अब वो और भी ज़्यादा विश्वास के साथ साइकिल चलाने लगी और सिर्फ 2 दिनों में बड़े अच्छे से साइकिल सीख ली.
New Moral Stories in Hindi
जब उसे अच्छी तरह साइकिल चलाना आ गयी तो कीर्ति को समझ आ गया कि लगातार कोशिश करने से ही अपने अंदर के डर को बाहर निकाला जा सकता है. उस दिन के बाद कीर्ति खुली हवा में और ख़ुशी के साथ साइकिल चलाती थी.
कहानी का मोरल / सार : कोशिश करना कभी ना छोड़े और दिल में डर को जगह कभी ना दे क्यूंकि डर से निकल कर ही आप जीत हासिल कर सकते हो.
2nd Naitik Kahani – मधुमक्खी की कहानी
एक बार एक चिड़िया और एक मधुमक्खी बैठ कर बाते कर रही थी. तभी चिड़ियाँ ने कहा “तुम इतनी मेहनत से अपना शहद बनती हो और ये इंसान एक पल में तुम्हारा शहद चुरा कर ले जाते है, क्या तुम्हे बुरा नहीं लगता?”
New Moral Stories in Hindi
मधुमक्खी ने बहुत सुन्दर जवाब दिया : नहीं मुझे बुरा नहीं लगता क्यूंकि ये इंसान मेरा शहद तो चुरा सकते है लेकिन शहद बनाने की मेरी कला नहीं चुरा सकते.
सार/मोरल कहानी का : आपकी कला आपसे कोई नहीं छीन सकता
3rd Naitik Kahani – परिवार की अहमियत
एक बार एक पिता पार्क में बैठा अपनी बच्ची को खेलते हुए देखकर हंस रहा था. वहां पर और भी कई बच्चे और उनके माँ बाप मौजूद थे. कुछ देर बाद उस पिता ने अपनी बच्ची को आवाज़ लगायी और कहा ” आ जाओ बेटा, अब घर चलते है, बहुत टाइम हो गया. ” बच्ची ने जवाद दिया ” बस 5 मिनट और डैडी”. पिता ने अपना सर हिलाया और फिर बच्ची को खेलते देखने लगा. थोड़ी देर बाद फिर पिता ने अपनी बच्ची को आवाज़ लगायी ” चलो अब आ जाओ बेटा, काफी देर हो चुकी है, तुम्हारी माँ इंतज़ार कर रही होगी”
New Moral Stories in Hindi
बच्ची ने फिर जवाब दिया “मुझे मज़ा आ रहा है पापा, बस थोड़ी देर और खेलने दो”. पिता ने हँसते हुए कहा “ठीक है”.
वही पास में एक औरत बैठी थी. वो उस पिता के पास आयी और कहा “आप सच में बहुत धैर्य वाले पिता है”
वो आदमी थोड़ा मुस्कुराया और फिर कहा ” मेरी बेटी का बड़ा भाई यानि कि मेरे बेटे की कुछ दिन पहले एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी. मैंने कभी उसके साथ अच्छे से वक़्त नहीं बिताया था और अब जब वो नहीं है तो दिल करता है काश एक बार वो आ जाए ताकि मैं उसे खेलते हुए देख सकू, उसके साथ कुछ ख़ुशी के पल बिता सकू. मैंने उसके साथ तो ज़्यादा वक़्त नहीं बिताया लेकिन वही गलती मैं अपनी बेटी के साथ नहीं दोहराना चाहता. मैं अपनी बेटी के 5 मिनट के लिए इंतज़ार कर सकता हु क्यूंकि कम से कम मैं उसे खेलते हुए तो देख सकता हूँ.
New Moral Stories in Hindi
कहानी का मोरल / सार : अपने परिवार को थोड़ा वक़्त ज़रूर दे. आखिरकार परिवार ही है जो आपके दुःख और सुख में हमेशा साथ देता है.
4th Naitik Kahani – अँधा कौन
एक बार एक अँधा व्यक्ति रात के वक़्त अपने हाथ में टोर्च (Torch) लेकर कही जा रहा था. सामने से कुछ लड़के आ रहे थे. जब उन्होंने देखा कि अँधा व्यक्ति हाथ में टोर्च लिए जा रहा है तो वे उसका मज़ाक बनाने लगे. एक लड़के ने तो ये तक बोल दिया कि तुम तो अंधे हो, तुम्हे टोर्च की क्या ज़रूरत. वे सब उस अंधे व्यक्ति पर हंस रहे थे.
New Moral Stories in Hindi
उस पर अंधे व्यक्ति ने जो कहा वो सुन कर सबकी सट्टी बट्टी गुल हो गयी. उस अंधे व्यक्ति ने कहा ” ये टोर्च मेरे लिए नहीं बल्कि तुम जैसे लोगो के लिए है. अँधेरा है इसलिए मैं नहीं चाहता कि कोई मुझे बिना देखे मुझसे टकरा जाए.
ये सुन वो सभी लड़को को बहुत शर्म आयी और वे जल्दी से अपना शर्मनाक चेहरा लेकर निकल गए.
कहानी का मोरल / सार : कभी किसी की मजबूरी का फायदा या मज़ाक ना उड़ाए.
दोस्तों, हमें उम्मीद है कि आपको ये 4 New Moral Stories in Hindi अच्छी लगी होंगी. अपनी प्रतिक्रिया हमें कमेंट में ज़रूर दे और इन नैतिक कहानियो को फेसबुक या व्हाट्सप्प पर ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करे.
धन्यवाद.
Also, Read More:-
- एक झूठ को बार-बार बोला जाए.. Moral Story for True and Lie in Hindi
- जब बेटा चला माँ के प्यार का ऋण उतारने – Mother Story in Hindi with Moral
- कल, आज और कल .. Akbar Birbal Story in Hindi with Moral
- “व्यक्ति अपने गुणों से जाना जाता है” Very Short Motivational Stories in Hindi with Moral
Hi, basically from Delhi, mujhe stories, especially love stories likhna aur read karna accha lagta hai. Main college me hu aur kabhi kabhi is website ke liye likhti hu. Agar aapko meri story acchi lage to comment me zarur bataye. Like us on Facebook
Literally good stories keep writing mam 😊💫