भूतिया कॉल सेंटर की कहानी – Scary Call Center Story in Hindi Part -3

Scary Call Center Story in Hindi – Part 3

इतना सब कुछ होने के बाद, कुछ माता – पिता अपने बच्चों को उस कॉल सेंटर में जाने से मना कर देते है। कुछ बच्चे डर के मारे अपने आप कॉल सेंटर में जाना बंद कर देते है। इस हादसे के बाद कॉल सेंटर में काम का पहाड़ टूट पड़ता है। कम बच्चों के काम पर आने की वजह से आधे से भी ज्यादा काम बाकी रह जाते थे। यह सब देखकर मनोज कुमार बहुत चिंतित हो गए और इसका उपाय सोचते है। काफी सोचने के बाद उन्होंने यह निर्णय लिया की वो दूसरे राज्य से युवक और युवतियां काम करने के लिए लायेंगे। उन्होंने अपने कुछ संपर्क के जरिए यह संदेश दूसरे राज्य तक पहुंचाया और साथ में यह संदेश भी दिया की उनको तनख्वा के अलावा भी एक्स्ट्रा ५००० रूपये दिए जायेंगे।

Amazing Horror Story in Hindi

Amazing Horror Story in Hindi

काफी युवक – युवतियां काम की तलाश में थे और ऐसा सुनहरा मौका अपने हाथ से कैसे गवा सकते थे! इसलिए वह अपने राज्य से, इस राज्य में आने के लिए तैयार हुए। उनकी इंटरव्यू की तारीख तय की गई और उस दिन सब इस राज्य में उपस्थित हुए, सबने अच्छे से इंटरव्यू दिया। सबको अपनी – अपनी काबिलियत के मुताबिक अलग – अलग प्रोसेस में काम दिया गया। बाहर से आए हुए सारे युवक – युवतियां, इस कॉल सेंटर के रहस्य से अनजान थे। वे नहीं जानते थे की इस कॉल सेंटर पर कोई काला साया मंडरा रहा है।

एक दिन की बात है। फूड ऑर्डर प्रोसेस में रात की शिफ्ट में १० युवक कॉल ले रहे थे। उसमें से ७ बाहर से आए हुए थे और ३ इसी राज्य के थे। कॉल्स खत्म होने के बाद जब थोड़ा समय मिला, तो उन तीनों में से किसी एक ने उनको कुछ बातें बताई,“ आप सबको पता है, यह कॉल सेंटर से कई युवक – युवतियां जॉब छोड़ चुके है; क्योंकि सबका कहना है की इस कॉल सेंटर पर कोई काला साया मंडरा रहा है। यह कॉल सेंटर का नाम बदलकर ‘भूतिया कॉल सेंटर’ रख देना चाहिए। हाल ही में इस कॉल सेंटर से दो जान जा चुकी है। पुलिस ने भले इसे खुदकुशी कहकर केस बंद कर दिया; लेकिन सच बताए तो ये खुदकुशी नहीं थी, वे दोनों ही भूत और चुड़ैल का शिकार बने थे। हमें भी बहुत डर लगता हैं, लेकिन क्या करे? मजबूरी है। घर में कमानेवाला कोई नहीं है, मां बीमार है। दिन की शिफ्ट में इतना पैसा नही मिलता, जितनी रात की शिफ्ट में मिलता है, इसलिए मजबूरी में काम कर रहे है, हम सब।”

Hunted Story in Hindi

Hunted Story in Hindi

यह सुनकर दूसरे राज्य से आए हुए युवकों में से किसी एक ने उत्तर देते हुए कहा, “ यह सब सिर्फ अंध विश्वास है, ऐसा कुछ नही होता है। आज दुनिया कहा से कहा पहुंच गई और हम अभी भी इन सब चीजों पे यकीन कर रहे है। मैं इन सब चीजों में नहीं मानता।” इन तीनों में से केवल यही एक मात्र युवक था जिसको भूत – प्रेत से बिलकुल डर नही था, लेकिन बाकी दोनों दोस्त ये सब बातें सुनकर डरने लगे और वापस राज्य जाने के बारे में सोचने लगे। उसमें से एक ने तो ठान लिया था की अभी वह इस कॉल सेंटर को छोड़ देगा, उसका नाम था सुरेश। बाकी दो दोस्तों ने उसको बहुत समझाया, लेकिन उसने उनकी एक बात नही सुनी और वह भागते – भागते नीचे जाने लगा। जब वो सीडी से नीचे उतर रहा था, तभी उसने महसूस किया की जैसे मानो कोई उसके पैर पकड़कर उसको रोक रहा हो! उसने आसपास भी देखा, मगर कोई नही दिखा। घबराते हुए वह नीचे पहुंचा। इतनी रात हो गई थी, इसलिए उसको कोई व्हीकल भी नहीं मिल रहा था।

३ मिनिट के बाद एक बाईक सवार आते हुए दिखा। बाईक सवार उसको देखकर ही रुक गया और पूछा, “ आपको कहा जाना है, भाई ?” “मुझे रेलवे स्टेशन तक जाना है, कृपया आप वहा तक मुझे छोड़ दोगे ? ” सुरेश ने उत्तर देते हुए कहा। बाईक सवार ने सुरेश को लिफ्ट दी और बाइक चलाने लगा। थोड़ी देर बाद सुरेश ने देखा की बाइक सवार तो अदृश्य हो गया और बाईक अपने आप चल रही थी। सुरेश बहुत डर गया और जोर – जोर से चिल्लाने लगा, “ बाइक रोको! बाईक रोको! कोई बचाओ मुझे, बचाओ!” थोड़ी देर के बाद एक घटादार पेड़ के नीचे आकर बाइक रुक गई। सुरेश जैसे ही बाइक से नीचे उतरा, तुरंत उसे अजीब – अजीब आवाजे सुनाई देने लगी। सुरेश ने महसूस किया की कोई शक्ति उसको ऊपर उठाने की कोशिश कर रही है और उसको जोर से खींच रही है। सुरेश इतना डर गया था की उसकी आवाज भी रुक गई थी। सुरेश डर के मारे बहुत कांपने लगा और पूरी तरह घबरा गया था। उसने अपने आसपास देखा, तो वहां पे कोई नहीं था, बस चारों ओर अंधेरा ही अंधेरा छाया हुआ था। सुरेश को उस बुरी शक्ति ने ऊपर उठाया फिर जोर से नीचे फैंक दिया। जब उसने अपनी आंखे ऊपर की तो उसने क्या देखा! पेड़ के ऊपर की डाली से एक चुड़ैल उल्टी लटकती हुई दिखाई दी। उसके दोनों हाथ खून से रंगे हुए थे।
Bhootiya Kahaani in Hindi

Bhootiya Kahaani in Hindi

चुड़ैल ने दोनों हाथों से सुरेश का गला पकड़ा और उसको ऊपर पेड़ पर ले गई। पेड़ की एक डाली पर उसको बिठाकर फिर वो वापस गायब हो गई। सुरेश ने अपने पास में देखा तो कोई भी नही था। फिर अचानक उसे हवा में उड़ता हुआ एक कंकाल दिखाई दिया, जो उसके पास आ रहा था। उस कंकाल ने उसका गला पकड़ा। सुरेश ने बहुत कोशिश की लेकिन वो अपने आपको नहीं छुड़ा पाया। आखिरकार वह हिम्मत करके पेड़ के नीचे कूद गया और तेज़ी से भागने लगा। थोड़ी देर भागने के बाद वह शांत हो गया, आसपास भी कोई नहीं है, ऐसा उसको एहसास हुआ। वह मन ही मन चैन की सांस लेने लगा; लेकिन शायद उसकी यह सांस ज्यादा देर तक नही चलने वाली थी।
भाग – ४ बस, कुछ ही दिनों में…
Also, Read More:-

5 Responses

  1. Ravindra shah says:

    Good story

  2. Gauri Rajput says:

    third part also is very ,I have read the third part ,the enthusiasm to the read fourth has increased a lot ,so now I am waiting for the fourth part ,dear, SIR, write such a story and be successful, 🥰🥰🥰🥰🥰

  3. Shankar says:

    Superb Story Bro

  4. Rahul says:

    sir the story was really making suspense why the witch 👿 is killing people in call centre , so sir please upload part 4 soon👻🙏🙏🙏

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

बिना परमिशन कॉपी नहीं कर सकते