मनोज दिसंबर 2018 में छुट्टियों पर घर आया हुआ था और 16 जनवरी को ही उन्होंने अपनी बेटी का पहला जन्म दिन भी मनाया था. उस दिन वे लोग बहुत खुश थे लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनके घर का चिराग इतनी जल्दी उन्हें छोड़ किसी और दुनिया में चला जाएगा. मनोज 6 फरवरी को अपनी ड्यूटी के लिए निकला था और 14 फरवरी को ही ये हमला हो गया.
Fauji Story in Hindi इस कहानी के लेखक किशोर नाइक अब फ़ौज में कार्यव्रत है. इंडियन आर्मी का एक स्लोगन है – हम तुम्हे पहले तोड़ेंगे और फिर जोड़ेंगे। Vineetनमस्ते। मुझे नयी कहानियां लिखना...
Army Story in Hindi ये जिस आदमी की आप तस्वीर देख रहे हो ये आतंकी संगठन हिज़्बुल का कमांडर है जिसका नाम Umar Majeed है, इसे Hanzalla के नाम से भी पुकारा जाता है....
18 अगस्त 2017 को इंडियन मिलिट्री अकाडेमी में एक ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरे देश को रुला दिया. दीपक शर्मा जो कि 22 साल का था, मिलिट्री ट्रेनिंग के दौरान उसकी किसी वजह से...
Army Real Story in Hindi मेरा नाम रश्मि है और मेरे पति इंडियन आर्मी में मेजर है. ये बात 2017 की है जब मेरे पति की पोस्टिंग गुजरात में थी. कुछ दिनों के लिए...