चोर का समर्पण (रहस्यमय प्रेम कथा – 3) Amazing and Different Love Story Hindi

चोर का समर्पण – भाग 3 (Amazing Love Story in Hindi)

बिल्ला ने कहा, “ मुझे माफ कर दो। मैं आपसे विवाह नहीं कर सकता। मैं आपको कभी खुश नहीं रख पाऊंगा। मैं आपसे माफी चाहता हुं, दरअसल मैं एक चोर हूं। मेरा नाम बिल्ला हैं। चोरी – डकैती करना मेरा पेशा है। मैं आपकी भावना समझ सकता हुं, लेकिन हम दोनों कभी एक दूसरे के साथ खुश नहीं रह सकते। हर पत्नी चाहती है की उसका पति सही सलामत रहे, लेकिन मैं कुछ कह नहीं सकता, कब क्या हो जाए! इस शहर में मेरे हजारों दुश्मन है। कभी भी, किसी भी वक्त मेरी जान जा सकती हैं। मैं नहीं चाहता की मेरी वजह से किसी का सिंदूर मिटे, इसलिए कृपया मुझे छोड़कर चले जाओ और कोई अच्छे व्यक्ति से ब्याह कर लो, जो आपको खुश रख सके।”

Unbelievable Love Story in Hindi

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यह बात सुनकर, तन्वी कुछ पलों के लिए सुन्न मार गई। उसने बिल्ला को कहा, “ क्या जरूरत थी उस दिन मेरी जान बचाने की? मर जाने देते ना मुझे। न जाने कितने लोगो के घर – संसार आपकी वजह से उजड़ गए, कितने लोग बेघर हो गए, कई लोगों को तुम्हारी वजह से सड़को पर रहना पड़ा, कई लोगों का सुखी संसार उनसे छीन लिया आपने। क्या मिला आपको ये सब करके? आज आपके पास इतने सारे पैसे है, धन – दौलत है, लेकिन मैंने आपके जैसा गरीब नही देखा। आपको पता है, एक इंसान कितनी मेहनत करता है, तब जाकर दो पैसा कमाता है। जब उसकी मेहनत की कमाई ऐसे ही चली जाती है, तो उनको जो दुःख होता है, वो आप कभी नहीं समझोगे। ये मत समझना की मेरे दिल से आपके लिए प्रेम कम हो गया। मैंने प्रेम आपके दिल से लिया था, आपके पेशे से नहीं, लेकिन मुझे दुःख जरूर हुआ की जिसे मैं अपना जीवनसाथी चुनने जा रही थी, वह व्यक्ति कई लोगों का गुनहगार है। मेरे दिल से आपके लिए प्यार कभी कम नहीं होगा; लेकिन आपके लिए जो इज्जत मेरे दिल थी, वो बेशक कम हो गई। मेरा दिल तोड़ने के लिए आपका शुक्रिया, अलविदा।”

Mysterious Love Story in Hindi

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बिल्ला ने उसको रोकते हुए कहा, “ देखो मेडम जी, आपकी बात सही है, लेकिन मैं अपना रास्ता नहीं बदल सकता। आज आप देखो, एक मजदूर सुबह से लेकर रात तक कितनी मेहनत करता है, पसीना बहाता है, लेकिन उसके घर में देखो आप! २ वक्त की रोटी भी बड़ी मुश्किल से नसीब होती है। कई लोगों को तो मेहनत करने के बावजूद भी भूखा सोना पड़ता है। कई बार खाना मिलता है, तो कई बार नहीं। बाहर की दुनिया का यही हाल है । दूसरी बात, मैं चाहे कितनी भी मेहनत करू, उतनी धन संपत्ति कभी प्राप्त नहीं कर पाता, जितनी की मैंने चोरी – डकैती से की है। आज मेरे पास सब कुछ है। मैं जो चाहे वो खरीद सकता हूं। हमारी तो रोज दावत होती है। मनचाहा खाना, मनचाही चीज, हर चीज मैं खरीद सकता हूं, जो मैं चाहूं। आप चाहो तो मुझे इसी रूप में स्वीकार कर सकते हो, मैं आपके प्यार के लिए अपने आपको बदल नही सकता। अगर आप इसी रूप में मुझे स्वीकार करना चाहो, तो आप कर सकते हो। मेरे पास इतनी धन – दौलत है, जिससे मैं आपको सारे सुख दे सकता हुं, जो आपको चाहिए; लेकिन मेरे सिर पर हमेशा एक डर बना रहेगा, मेरी मौत का। मेरे दुश्मन बहुत है। हालाकि मैं खुद अपनी रक्षा के लिए काबिल हूं, फिर भी मौत कब आ जाए, कुछ कह नही सकते। किसी भी वक्त, कैसे भी मेरी जान जा सकती है।”

Best Love Story in Hindi

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तन्वीने ये बात सुनकर कहा,“ आपको अगर धन-दौलत ही कमानी है, तो आप मेहनत करके भी कमा सकते थे ना! एक बात याद रखना, अगर आप धन – दौलत का पहाड़ भी मेरे सामने लाकर रख देंगे ना, तो उसकी मुझे कोई अहमियत नहीं है; उसके बदले आप ५ रूपये भी मेहनत से कमाएंगे, उसकी मुझे सबसे ज्यादा अहमियत होगी। चोरी – डकैती के पैसों का मेरे दिल में कोई मोल नहीं है। चोरी करके आपको धन संपत्ति तो बहुत प्राप्त होगी, लेकिन शांति आपको कही नहीं मिलेगी। चैन की नींद केवल सच्चे और ईमानदार व्यक्ति को ही आती है, जो इमानदारी से अपना काम करता है। आपके इस रूप में, मैं आपसे कभी विवाह नहीं करूंगी। मैंने बहुत सपने देखे थे की मैं आपसे विवाह करूंगी, हम दोनों की बहुत खूबसूरत जिंदगी होगी! चारो तरफ बस प्यार ही प्यार होगा, लेकिन मेरे सपने चूर हो गए। मेरी सारी खुशियां चली गई। मैंने आपके नेक और उदार दिल से प्रेम किया था, मुझे नहीं पता था की आपके अंदर एक चोर भी छुपा है। ये मत समझना की मैं आपको भूल जाऊंगी। मैंने आपसे सच्चा प्रेम किया है। आप मेरी जान बचाने वाले परमेश्वर है। मैं आपको अपना दिल दे चुकी हूं। मैं चाहकर भी अपने आपको, आपसे जुदा नहीं कर सकती। बस, दुःख इस बात का है, मैं जिसको प्रेम करती हूं, वो कई लोगो के गुनहगार है, कई लोगों के सुखी संसार में उन्होंने आग लगाई है। इस बात का बोझ मैं झेल नहीं पाऊंगी और मुझे इस बात की भी बहुत पीड़ा हो रही है की मैं जिससे प्रेम करती हूं, उससे मैं विवाह नहीं कर पाऊंगी और उसके साथ जीवन बिताने का मेरा जो सपना था, वो चूर हो गया।”

यह बात कहकर तन्वी वहा से चली गई और एक नदी किनारे बैठकर खूब रोने लगी। बिल्ला को डर था की कही ये लड़की कुछ कर न बैठे! इसलिए वह भी उसके पीछे गया और तन्वी को देखा, उसका चेहरा आंसूओ से भरा हुआ था। वह अपने आपको कोशने लगी, “ क्यों मैंने उससे प्यार किया? है खुदा! मेरी क्या गलती थी, जिसकी मुझे इतनी बड़ी सजा दी आपने मुझे। अब ये जीवन मेरे लिए एक टूटा दर्पण है। अब ये जिंदगी मेरे किसी काम की नहीं है।” कहकर तन्वी नदी में कूद जाती है।

चौथा भाग, बहुत जल्द…

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