अमित और श्रुति की अधूरी प्रेम कहानी – Amit and Shruti True Love Story in Hindi

Amit and Shruti True Emotional Love Story in Hindi

Amit and Shruti True Love Story

अमित और श्रुति एक दूसरे से बेपनाह मोहब्बत करते थे और शादी करना चाहते थे, लेकिन एक दूसरे के माता-पिता इस शादी के लिए राज़ी नहीं थे और ये दोनों अपने परिवार के खिलाफ जाकर शादी नहीं करना चाहते थे। उन दोनों ने हर कोशिश की पर बात नहीं बनी।

दोनों एक दूसरे से आखिरी बार मिलने का फैसला किया, दोनों मिलकर खूब रोये और दोनों ने एक दूसरे से वादा किया कि अब ज़िन्दगी में दोबारा कभी नहीं मिलेंगे। अमित ने अपना पर्स निकला जिसमे अमित और श्रुति की एकसाथ वाली फोटो थी। अमित ने उस फोटो को बीच में से काट दिया और श्रुति की तस्वीरअपने पर्स में डाल ली।

ये देखकर श्रुति ने अमित से रोते हुए पूछा “तुमने मेरी तस्वीरअपने पर्स में क्यों डाली है?”

अमित ने जवाब दिया: ताकि मेरा जब भी मन करे तुम्हे देखने का मैं तुम्हारी तस्वीर देखकर वो साथ बिताये लम्हे याद कर सकू।

इसके बाद दोनों एक दूसरे के गले मिले और अपने-अपने रास्ते चल दिए।

1 साल बीतने के बाद…

श्रुति के जाने के 1 महीने बाद तक अमित उदास था लेकिन वो कहते है ना कि वक़्तहर ज़ख्म भर देता है। अमित के साथ भी वही हुआ, वह अब खुशरहना सीख लिया था और काफी खुश रहता था। वो पूरी तरह बदल चूका था। वो अपनी जॉब टाइम पर जाता था, हंसी मज़ाक और वो सब कुछ करता था जो उसने आज तक नहीं किया था।

एक दिन अमित ने अपने दोस्तों को घर पार्टी पर बुलाया। ऑफिस के दोस्तों ने पूछा कि पार्टी किस ख़ुशी में है तो उसने बताया कि काफी दिन हो गए थे पार्टी किये को, बस इसलिए पार्टी है। इस पार्टी में अमित ने अपनी एक बचपन की दोस्त रुचिका को भी बुलाया था। रुचिका ने पुछा कि तुम ये पार्टी किस लिए दे रहे हो तो अमित ने कहा कि ऑफिस के चक्कर में अपने दोस्तों के साथ वक़्त बिताने का मौका नहीं मिलता, बस इसीलिए सोचा कि एक छोटी सी पार्टी कर लेते है।

सब ने पार्टी में बहुत मज़े किये। ड्रिंक्स, खाना और म्यूजिक वाली इस पार्टी में सबको मज़ा आया। खाना खा कर जब सब लोग जा रहे थे तो हर एक ने अमित को पार्टी के लिए थैंक्स किया।

आखिरी में रुचिका और अमित रह गए। जाते वक़्त रुचिका ने अमित को गले लगाया और कहा “अमित…मैं खुश हूँ कि श्रुति के जाने के बाद अब तुम खुश रहना सीख गए हो, हमेशा ऐसे ही खुश रहाकरो… Bye Himanshu”

रुचिका के जाने के बाद अमित ने दरवाज़ा बंद किया और और अपने पर्स में से श्रुति की तस्वीर निकाली और श्रुति को देखते हुए कहा “हैप्पी बर्थडे श्रुति, I Love You, तुमजहाँ भी रहो भगवान तुम्हे हमेशा खुश रखे”

शायद श्रुति भी इस दिन अमित के साथ बिताये वो पल याद करती होगी जब अमित श्रुति के बर्थडे पर उसे उसके पसंदीदा रेस्टोरेंट लेकर जाता था दोनों कैसे एक साथ पूरा दिन बिताते थे।

ये थी मेरे दोस्त अमित की एक प्यारी सी True Love Story in Hindi. आपको कैसी लगी यह कहानी हमें कमेंट बॉक्स में बताये और आपके पास भी कहानी हो तो हमें मेल पर, जल्दी उसे पब्लिश किया जायेगा।

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