Author: Aaisha Mukherjee
बेटी का जन्म दिन मना कर ड्यूटी पर आया था….. शहीद की कहानी
मनोज दिसंबर 2018 में छुट्टियों पर घर आया हुआ था और 16 जनवरी को ही उन्होंने अपनी बेटी का पहला जन्म दिन भी मनाया था. उस दिन वे लोग बहुत खुश थे लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनके घर का चिराग इतनी जल्दी उन्हें छोड़ किसी और दुनिया में चला जाएगा. मनोज 6 फरवरी को अपनी ड्यूटी के लिए निकला था और 14 फरवरी को ही ये हमला हो गया.
अपने कर्मो का फल इसी जन्म में भुगतना पड़ेगा – Real Story in Hindi
उस दिन के बाद मुझे मेरे पिता से नफरत हो गयी थी क्यूंकि मेरे पिता ने अपने स्वार्थ के लिए मुझे और मेरी माँ को धोखा दिया. मेरे पिता का अच्छा ख़ासा बिज़नेस था और इसलिए वो और उनकी दूसरी पत्नी अमरीका में जा कर बस गए. मेरे दादा दादी यही दिल्ली में रहते थे और वो भी अपने बेटे से नाराज़ थे लेकिन वो उससे बात ज़रूर करते थे क्यूंकि मेरे पिता उन्हें हर महीने पैसे भेजते रहते थे.